Tata Motors की बड़ी योजना हारियर EV से लेकर सिएरा EV तक, जानिए कैसे बदलेंगे वाहन बाजार के मायने

Tata Motors भारतीय ऑटोमोबाइल मार्केट में कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना कर रही है। कंपनी का मुकाबला मारुति, महिंद्रा, हुंडई जैसी बड़ी कंपनियों से है। बीते वित्तीय वर्ष में इस मुकाबले का असर टाटा की गाड़ियों की बिक्री पर भी पड़ा है। बाजार में वाहन मांग में गिरावट देखी गई है। इस स्थिति को देखते हुए कंपनी ने इस साल अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। इनमें सबसे अहम है इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) के हिस्से को बढ़ाना। टाटा मोटर्स घरेलू बाजार में इलेक्ट्रिक वाहनों के शेयर को मजबूत करने पर खास ध्यान दे रही है।
हारियर EV और सिएरा EV का जल्द होगा लॉन्च
कंपनी की जानकारी के मुताबिक, टाटा मोटर्स इस वित्तीय वर्ष में हारियर EV और उसके बाद सिएरा EV को लॉन्च करने की तैयारी में है। खबर है कि हारियर EV 3 जून को लॉन्च हो सकती है। यह SUV एक बार चार्ज करने पर करीब 500 किलोमीटर की दूरी तय कर सकेगी। इसके साथ ही कंपनी अपने मौजूदा मॉडलों में भी कई सुधार करने की योजना बना रही है। 2024-25 में टाटा मोटर्स ने लगभग 65,000 इलेक्ट्रिक वाहन बेचे, जो कि पिछले साल की तुलना में 10 प्रतिशत कम है। कंपनी ने तिमाही नतीजों के बाद बताया कि वे नए मॉडल्स के साथ EV पोर्टफोलियो को मजबूत करेंगे और मौजूदा मॉडलों में भी बेहतर वैल्यू देने की तैयारी कर रहे हैं। टाटा मोटर्स का लक्ष्य है कि इलेक्ट्रिक वाहन मुख्यधारा में आ सकें और इसके लिए शोध और विकास को भी बढ़ावा दिया जाएगा।
ग्राहक सेवा में होगा सुधार, बढ़ेगी बिक्री नेटवर्क
Tata Motors आने वाले समय में ग्राहक सेवा को बेहतर बनाने की योजना बना रही है ताकि ग्राहकों का अनुभव और बेहतर हो सके। कंपनी ने बताया कि वे प्रमुख बाजारों में अपनी बिक्री नेटवर्क का विस्तार करेंगे। इस विस्तार में बड़ी आकार की स्टोर्स पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। इसके अलावा, कंपनी लागत में कमी लाने की दिशा में भी काम कर रही है ताकि प्रतिस्पर्धा में टिकाऊ रहे और मुनाफा बना रहे। कमर्शियल व्हीकल व्यवसाय के बारे में कंपनी का मानना है कि बेहतर फ्लीट उपयोग और मजबूत आर्थिक संकेतों के चलते माहौल स्थिर रहने की उम्मीद है। कंपनी को उम्मीद है कि वैश्विक चुनौतियों के बावजूद वे विकास जारी रखेंगे।
इंधन वाहन और नई योजनाओं पर कंपनी की रणनीति
पेट्रोल-डीजल इंजन वाले वाहनों के लिए टाटा मोटर्स अपनी सबसे मजबूत और नवीनतम रेंज के साथ ह्याच और SUV मॉडल्स में सुधार कर रही है। कंपनी इन उत्पादों में भी सुधार करके ग्राहकों को बेहतर विकल्प देना चाहती है। साथ ही, ट्रकों में एसी नियमों के बदलाव के अनुरूप संक्रमण को भी सहज बनाने की कोशिश हो रही है। इस वित्तीय वर्ष में कंपनी का मुख्य फोकस मूल्य सृजन और नई नियमावली के अनुसार अपने उत्पादों को ढालने पर होगा। इस तरह टाटा मोटर्स बाजार की चुनौतियों से निपटते हुए भविष्य के लिए अपनी स्थिति मजबूत करना चाहती है।
टाटा मोटर्स की यह रणनीति बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने और इलेक्ट्रिक वाहनों के क्षेत्र में आगे बढ़ने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगी। कंपनी के नए मॉडलों और बेहतर सेवा के चलते उपभोक्ताओं के बीच टाटा की पकड़ मजबूत होने की उम्मीद है।